Sangli Murder Case: जब एक पति ने ‘प्यार में धोखे’ के बदले पत्नी को मौत दी

साल 2025 का जून महीना… महाराष्ट्र के सांगली जिले में उस रात कुछ ऐसा हुआ, जिसने पूरे गांव को दहला दिया। यह कहानी है एक सीधा-सादा मजदूर पिंटू तुकाराम पाटिल की, जिसने अपनी ही पत्नी शीलवंती की बेरहमी से हत्या कर दी। यह Sangli Murder Case सिर्फ एक अपराध नहीं था, बल्कि एक टूटे हुए इंसान के दर्द, गुस्से और अंदर ही अंदर जलते आघात की कहानी थी।

साधारण जीवन, मुश्किल हालात

पिंटू का जन्म सोलापुर के एक छोटे से गांव हुलजंती में हुआ था। काम की तलाश में वह सांगली आ गया और मजदूरी से अपना घर चलाने लगा। वहीं उसकी शादी शीलवंती से हुई, जो दो बच्चों की मां और एक वॉटर पंप ऑपरेटर थी। दोनों पति-पत्नी एक ही जगह काम करते थे—पिंटू चौकीदार और शीलवंती ऑपरेटर। परिवार की जिम्मेदारी, बच्चों का भविष्य और रोज़ की भागदौड़… सबकुछ सामान्य चल रहा था।

लेकिन Sangli Murder Case की शुरुआत उस रात हुई, जब घर की शांति एक खौफनाक तूफान में बदल गई।

Sangli Murder Case

25 जून की रात: नींद में मौत

उस रात पिंटू लेटा जरूर था, पर उसकी आंखों में नींद नहीं थी। अंदर कुछ टूट रहा था। गुस्सा, धोखा और बेचैनी उसे खोखला कर रही थी। उसने अचानक घर में रखा लकड़ी का डंडा उठाया और गहरी नींद में सो रही शीलवंती के सिर पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। एक… दो… तीन… कई वार। और कुछ ही देर में शीलवंती की जान चली गई।

चौंकाने वाला कबूलनामा

पत्नी की हत्या करने के बाद पिंटू चुपचाप बैठा रहा। सुबह तक जागता रहा और फिर अपने दोनों बच्चों को लेकर हुलजंती गांव पहुंच गया। वहां कुछ जानने वालों ने जब उससे सवाल किया तो उसने चुप्पी तोड़ दी। Sangli Murder Case की चौंकाने वाली कबूलनामा वहीं से शुरू हुआ। उसने कहा, “मैंने अपनी पत्नी को मार डाला है।”

Sangli Murder Case

हत्या की वजह: प्यार या धोखा?

पूछताछ में पता चला कि शीलवंती का अपने ही गांव के एक युवक से प्रेम संबंध था। शादी के बाद भी वह युवक उसे छोड़ने को तैयार नहीं था। पिंटू को जब इस बारे में शक हुआ और फिर सच्चाई पता चली तो वह टूट गया। शीलवंती ने डर के मारे खुद ही पिंटू को सब कुछ बता दिया। लेकिन उस कबूलनामे ने ही इस Sangli Murder Case को जन्म दिया।

पिंटू को यह बात हजम नहीं हो रही थी कि उसकी पत्नी, जिसे वह बेपनाह प्यार करता था, किसी और को भी चाह सकती है। उसने लाख समझाया, लेकिन जब देखा कि वह युवक अब भी शीलवंती के संपर्क में है, तो उसका गुस्सा बढ़ता गया। अंदर ही अंदर जलता रहा… और एक रात वह आग फूट पड़ी।

पुलिस की कार्रवाई

घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और पिंटू के खिलाफ IPC की धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया गया। इस Sangli Murder Case की जांच में जो बातें सामने आईं, वे बेहद चौंकाने वाली थीं—धमकी, प्रेम प्रसंग, शक, टूटता भरोसा और अंत में एक निर्दोष की मौत।

Sangli Murder Case से क्या सीखें?

इस केस से सबसे बड़ी सीख यह है कि रिश्तों में शक और संदेह की जगह संवाद और विश्वास होना चाहिए। गुस्से में लिए गए फैसले सिर्फ एक नहीं, कई जिंदगियां बर्बाद कर देते हैं।

पिंटू ने अपनी पत्नी की हत्या की

बच्चों से मां की ममता छीन ली

खुद को जेल की सलाखों में पहुंचा दिया

इस Sangli Murder Case ने यह साबित कर दिया कि जब इंसान की भावनाएं काबू से बाहर हो जाएं, तो वह कुछ भी कर सकता है।

निष्कर्ष

Sangli Murder Case सिर्फ एक मर्डर स्टोरी नहीं, बल्कि एक टूटे हुए दिल की दास्तां है। यह कहानी बताती है कि रिश्तों को जब हम संवाद की बजाय शक से देखने लगते हैं, तो अंजाम खतरनाक हो सकता है।

हर किसी को यह समझना चाहिए कि प्रेम में यदि धोखा मिला है, तो कानून और समाज के दायरे में रहकर समाधान निकालना चाहिए—ना कि किसी की जान लेकर।

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